राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क।

लखनऊ। भारतीय निशानेबाज मनु भाकर ने निशानेबाजी में ओलंपिक में 12 साल से चले आ रहे सूखे को खत्म किया है उन्होंने महिला 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में कांस्क पदक जीता है। वह ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बन गईं। भारत का निशानेबाजी में यह पहला ओलंपिक पदक लंदन 2012 के बाद आया था। जब विजय कुमार ने पुरुष 25 मीटर रेपिड फायर पिस्टल में रजत और गगन नारंग ने पुरुष 10 मीटर एयर राइफल में कांस्य पदक जीता था।



22 साल की मनु भाकर ने फाइनल में 221.7 अंकों के साथ तीसरा स्थान प्राप्त किया। फाइनल में वह दक्षिण कोरिया की एजी किम से मात्र 0.1 अंक पीछे थीं, जिन्होंने 241.3 अंकों के साथ रजत पदक जीता। किम की हमवतन ए जिन ओह ने 243.2 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता और नया ओलंपिक रिकॉर्ड स्थापित किया।बताते चलें कि मनु का तोक्यो ओलंपिक का सफर निराशाजनक रहा था। लेकिन पेरिस में उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से पदक जीतकर अपनी निराशा को पीछे छोड़ दिया। उन्होंने कहा, आज मैं कितना अच्छा महसूस कर रही हूं, यह शब्दों में बयां नहीं कर सकती। उनकी इस कामयाबी पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनु भाकर को बधाई दी। मोदी ने अपने संदेश में लिखा, ऐतिहासिक पदक। भारत के एकमात्र निशानेबाजी स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने भी मनु की तारीफ करते हुए कहा, इस 22 साल की निशानेबाज के अथक समर्पण, कड़ी मेहनत और जुनून ने सचमुच रंग दिखाया। वहीं मनु ने इस कामयाबी के बाद अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और शुभचिंतकों का धन्यवाद किया। अपने कोच जसपाल सर, प्रायोजकों ओजीक्यू और कोचों का भी आभार व्यक्त किया।