राष्ट्रीय प्रस्तावना न्यूज नेटवर्क। 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक बन चुकी तीन नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। यह ट्रेने उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, और कर्नाटक के प्रमुख शहरों को जोड़ेंगी। इन वंदे भारत ट्रेनों से मेरठ सिटी को लखनऊ, टेंपल सिटी मधुरई को बेंगलुरु, और चेन्नई को नागरकोविल से जोडऩे का काम किया जाएगा।




इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने वंदे भारत ट्रेनों को भारत की प्रगति, आत्मनिर्भरता और आधुनिकता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह ट्रेनें देशवासियों को तेज, सुगम, और आरामदायक यात्रा का अनुभव कराने के साथ-साथ पर्यटकों, व्यापारियों, छात्रों, और पर्यटकों को विशेष लाभ पहुंचाएंगी। प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में देशवासियों से तीन गुना मेहनत करने का आह्वान किया। उन्होंने भारतीय रेलवे की भूमिका को देश के विकास में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि आधुनिक रेल इंफ्रास्ट्रक्चर, विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने में सहायक होगा। प्रधानमंत्री ने यह भी घोषणा की कि जल्द ही वंदे भारत का स्लीपर वर्जन और वंदे मेट्रो भी लांच किया जाएगा। इस मौके पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि और कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।


तीन वंदे भारत ट्रेन

मेरठ-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ को प्रदेश की राजधानी लखनऊ से जोडऩे वाली यह ट्रेन, इस क्षेत्र की दूरी कम करेगी और नए विकास के अवसर खोलेगी।


मधुरई-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस: तमिलनाडु के टेंपल सिटी मधुरई और आईटी सिटी बेंगलुरु को जोडऩे वाली यह ट्रेन त्योहारों और वीकेंड्स पर यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगी।


चेन्नई-नागरकोविल वंदे भारत एक्सप्रेस: चेन्नई और नागरकोविल के बीच चलने वाली यह ट्रेन, छात्रों, किसानों, और आईटी प्रोफेशनल्स के लिए लाभकारी होगी।